No title


आप ने कहा था। की आपकी देश की भाषा मुझे समझ नही आती तो मैं अंग्रेजी में लिख रहा हु आशा है की आपको समज आजायेगी।
भाई माना की हम ब्रिटिश के गुलाम थे। लेकिन जिस तरह तुम्हारा प्रधानमंत्री चीन के कहने पर कुत्ते की तरह दुम हिला रहा है उससे तो यही लग रहा है। आने वाले समय मे नेपाल चीन हो जाएगा।क्योंकि तुम्हारा प्रधानमंत्री चीन के कहने पर चलता है।
मुझे माफ़ करना लेकिन जो दिख रहा है वो यही है। भारत ने नेपाल का हमेशा भला चाहा। लेकिन तुम भाई से लड़ रहे हो।
हम मानते है कि काला पानी आपका  है।हम क्या पूरा भारत जानता है की कालापानी नेपाल का है। लेकिन वो चीन के boarder पर है।इसलिए हमने वहां पर अपनी सेना रखी हुई है।जो हमे चीन के खिलाफ बड़त दिलाती है। हम अपनी सेना में नेपाल के लोगो को रखते है। क्योंकि भाई मानते है। वरना कोई देश दूसरे देश के लोगो को सेना में भर्ती नही करता। रक्षा का मसला होता है। फिर भी भारत रखता है। हमारे देश में लोगो की कमी नही है है। सेना में भर्ती के लिए भारत नेपाल के लोगो के लिए अलग से भर्ती रखता है।भारत नेपाल के लिए import exportपर free Tex देता है।आपके देश पर कोई हमला करे तो भारत पर हमला समझा जाता है।आपके देश और भूटान की रक्षा की जिम्मेदारी भारत ने ले रखी है।इसी कारण से कोई देश नेपाल पर हमला करने की कोशिश नही करता।हमारे संविधान में लिखा हुआ है। नेपाल और भूटान पर हमला तो भारत पर हमला होगा। वरना अमेरिका चीन के खिलाफ लड़ने के लिए कबका नेपाल पर कब्जा कर लेता। चीन भी इसी कारण तुमपर कब्जा कर लेता। लेकिन अब तुमहारा प्रधानमंत्री ही चीन के कहने पर चल राहा है। इससे लग रहा है अगला target तुम ही हो। जैसे तिब्बत, ताइवान, लदाख,हॉन्गकॉन्ग, पर कब्जा कर लिया वैसे तुमपर भी कर लेगा। तुम्हारा प्रधानमंत्री नेपाल को चीन को बेच देगा। बुरा मत मानिए नेपाल ने आज तक कालापानी पर बोला नही लेकिन चीन के कहने पर बोल राहा है। नेपाल के लोग भारत में काम करने आते है। घर खरीद लेते है।भारत के  नागरिक बन जाते है और नेपाल के भी। हमने तो नेपाल को हमेशा भारत जैसा माना  जैसे भारत के लोग वैसे नेपाल के लोग। हम तो कहते है कि कालापानी नेपाल का है।मगर तुम्हारा प्रधानमंत्री उसे चीन को देना चाहता है। लेकिन ये भारत होने नही देगा। इसलिए हम कालापानी को अंतरराष्ट्रीय अपना बताने लगे। अगर हमारी नजर कालापानी को हतियाने की हो तो कब का नेपाल के कितनी जगह हतिया लेते। और नेपाल कुछ नही कर पाता। भाई बात को समझना कालापानी पर सेना का होना ये मतलब नही की कालापानी हमने हतिया लिया। मतलब ये है।कि देश की रक्षा। हमने वहा कोई आबादी नही बसाई नेपाली वहा आ जा सकते है। अगर भारत ने कालापानी पर सड़क बनाई है तो वो भोलेनाथ शिवशंकर कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए इसमें भारत और नेपाल दोनों के लोगो का फायदा है। दोनों देशों के लोगो के लिए यात्रा आसान हो जाएगी। इस बात  पर चीन के कहने पर नेपाल के प्रधानमंत्री का इतना गन्दा बयान देने का क्या मतलब।

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